श्रावस्ती. पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि पुलिस केवल कानून व्यवस्था बनाए रखने का ही काम नहीं करती, बल्कि समाज में संवेदनशील और सकारात्मक बदलाव लाने में भी अहम भूमिका निभाती है। उनकी एक मानवीय पहल ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवार की एक बालिका के भविष्य को नई दिशा दी है।
ये है पूरा मामला
दरअसल सिरसिया थाना क्षेत्र के जरवलिया सोहेलवा निवासी रामजागे राजभर का परिवार अत्यंत ही निर्धन अवस्था में जीवन-यापन कर रहा है। अभावों के कारण बच्ची की शिक्षा अधर में लटक गई थी। जब यह मामला पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया के संज्ञान में आया, तो उन्होंने व्यक्तिगत रुचि लेते हुए बच्ची को पुनः शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने की ठानी। उन्होंने न सिर्फ बच्ची का दाखिला राजकीय इंटर कालेज गब्बापुर में कक्षा 9 में करवाया बल्कि पढ़ाई के लिए आवश्यक किताबें, कॉपियां, यूनिफॉर्म और अन्य शैक्षणिक सामग्री भी स्वयं प्रदान की। इसके साथ ही बच्ची को स्कूल आने जाने में असुविधा न हो इसके लिए उसे एक साइकिल भी दी गई, जिससे वह आसानी से स्कूल आ जा सके। वहीं इस पहल को लेकर आम जनता के बीच पुलिस अधीक्षक की जमकर सराहना हो रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यह कदम समाज के लिए प्रेरणास्रोत है, और ऐसे प्रयासों से आम जनता का पुलिस के प्रति विश्वास भी और अधिक मजबूत होता है।
एसपी ने ये कहा
इस बारे में पुलिस अधीक्षक घनश्याम चौरसिया ने कहा कि हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार है। अगर हमारी छोटी सी मदद से किसी बच्चे का भविष्य उज्ज्वल हो सकता है, तो इससे बेहतर सेवा समाज के लिए और कुछ नहीं हो सकती। वहीं इस प्रकार की पहल न सिर्फ बच्चों को एक नई राह दिखाती हैं, बल्कि पुलिस की छवि को भी समाज में सकारात्मक रूप से प्रस्तुत करती हैं।