श्रावस्ती। टीईटी की अनिवार्यता के विरोध में शुक्रवार को सैकड़ों शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट परिसर में जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के नेतृत्व में शिक्षकों ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम ओम प्रकाश गुप्ता को सौंपा।
प्रदर्शन को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष जय प्रकाश मिश्र ने कहा कि पूर्व से कार्यरत लाखों शिक्षकों पर सरकार द्वारा निर्धारित सेवा शर्तों के विपरीत टीईटी की अनिवार्यता थोपना अन्यायपूर्ण है। इसे तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। महामंत्री रमेश पांडेय ने आह्वान किया कि यदि सभी शिक्षक एकजुट होकर इस “काले कानून” के खिलाफ संघर्ष करें, तो सफलता निश्चित है।
प्रवक्ता संदीप कुमार मिश्र ने भरोसा दिलाया कि शिक्षक संघ अंतिम सांस तक शिक्षकों के हक की लड़ाई लड़ेगा और किसी भी तरह का छलावा नहीं किया जाएगा। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि वे निराश न हों और किसी भी तरह का गलत कदम उठाने से बचें।
आंदोलन को समर्थन देते हुए राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष अवधेश यादव ने कहा कि परिषद शिक्षकों के साथ मिलकर सरकार की इस नीतिगत विसंगति के खिलाफ संघर्ष करेगा। वहीं महिला शिक्षक संघ की संयोजिका बीनू राजपूत ने कहा कि सरकार नौकरी समाप्त करने की साजिश रच रही है। न्यायालय के फैसले की आड़ लेकर टीईटी को अनिवार्य बनाना शिक्षकों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है।
प्रदर्शन में आशुतोष कुमार, संतोष सोनी, गुरु नारायण पाठक, हरिश्चंद्र शुक्ल, बृजेश पटेल, देवेंद्र पटेल, संजय वर्मा, लक्ष्मी निवास शुक्ल समेत बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद रहीं।