श्रावस्ती। नेपाल में पहाड़ों पर हो रही बरसात के चलते राप्ती बैराज के जलस्तर में भारी वृद्धि देखने को मिली है। वहीं पहाड़ों पर बरसात के चलते पहाड़ी नाले भी उफान पर हैं। पहाड़ी नालों में उफान के चलते सिरसिया इलाके के कुछ गाँव प्रभावित हुए हैं। कुछ गावों का आवागमन भी बंद हो गया है। हथिया कुंडा नाले में उफान के कारण आवागमन रुक गया है। वहीं नेपाली पानी आने के कारण राप्ती बैराज का जलस्तर खतरे के लाल निशान से 65 सेंटीमीटर ऊपर पहुँच गया है।
दरअसल नेपाल के पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश का असर अब जिले की राप्ती नदी और बैराज पर साफ दिखाई देने लगा है। नेपाल से छोड़े गए पानी के कारण राप्ती बैराज का जलस्तर खतरे के लाल निशान को पार कर गया है। जानकारी के मुताबिक, राप्ती बैराज पर खतरे का निशान 127.70 मीटर तय है, जबकि सोमवार को जलस्तर बढ़कर 128.35 मीटर तक पहुंच गया। यानी जलस्तर खतरे के निशान से 65 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया है। तेजी से बढ़ते जलस्तर ने बैराज से सटे गांवों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। ग्रामीण इलाकों में बाढ़ के खतरे की आशंका से लोग चिंतित हैं। बरसात के इस दौर में नदी का रौद्र रूप गांवों पर भारी न पड़े, इसे लेकर लोग प्रशासन की ओर टकटकी लगाए हुए हैं।
उधर, हालात को देखते हुए जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। सभी बाढ़ चौकियों को सतर्क कर दिया गया है और बैराज व निचले इलाकों में जलस्तर की लगातार निगरानी की जा रही है। बाढ़ खंड व प्रशासनिक अमला हालात पर नजर बनाए हुए है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नेपाल की तरफ से लगातार पानी छोड़े जाने और बारिश जारी रहने की स्थिति में खतरा और बढ़ सकता है। फिलहाल प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और अफवाहों से बचने की अपील की है।