विलुप्त राप्ती नदी के जीर्णोद्धार में DM ने खुद चलाया फावड़ा
श्रावस्ती. उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले से एक सकारात्मक और प्रेरणादायक तस्वीर सामने आई है। यहाँ विलुप्त हो चुकी बूढ़ी राप्ती नदी को पुनर्जीवित करने के लिए खुद जिलाधिकारी ने फावड़ा उठाया और खुदाई में जुट गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह अनोखी पहल की गई है।
उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती जिले में एक मिसाल कायम हुई जब जिलाधिकारी अजय द्विवेदी खुद बूढ़ी राप्ती नदी के जीर्णोद्धार के लिए हाथों में फावड़ा लेकर मैदान में उतर पड़े। उन्होंने सिसवा गांव के पास स्थित विलुप्त हो चुकी राप्ती नदी की पूजा-अर्चना की और फिर हाथ में फावड़ा लेकर खुदाई शुरू कर दी। डीएम को देखकर मौके पर मौजूद सीडीओ, बीएसए और आपदा मित्रों ने भी खुदाई कार्य में हिस्सा लिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रदेश की पुरानी नदियों को पुनर्जीवित करने का अभियान चलाया जा रहा है, उसी क्रम में बूढ़ी राप्ती पर यह कार्य शुरू हुआ है। डीएम अजय द्विवेदी की ये पहल ना सिर्फ एक प्रशासनिक उदाहरण बन रही है, बल्कि ये संदेश भी दे रही है कि जब नेतृत्व खुद मैदान में उतरे, तो बदलाव मुमकिन होता है।
डीएम अजय द्विवेदी ने कहा –
“मुख्यमंत्री जी के निर्देश के तहत बूढ़ी राप्ती नदी के जीर्णोद्धार की प्रक्रिया आज शुरू की गई है। यह नदी 67 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से लगभग 19 किलोमीटर का हिस्सा पूरी तरह विलुप्त हो चुका था। हम बरसात से पहले इसका काम शुरू कर चुके हैं और बरसात के बाद वृहद स्तर पर इसे आगे बढ़ाया जाएगा।”